P and l or p&l statement केसे पढ़ते है ?

हिन्दी में

How to read a profit and loss statement  ?

In HINDI



P and l statement किसी कंपनी मे product/ service से होने वाले profit ओर loss की जानकारी देता है। इसे income statement भी कहा जाता है  क्योकी P & l स्टेटमेंट से पता चलता हैं की कंपनी अपने products/service से कितनी income generate करती हैं।


P and l statement से इनवेस्टौर को मिलने वाली मुख्य जानकारी निम्नलिखित हैं

1. कंपनी ने एक सिमित समय मे OPERATION से कितना REVENUE बनाया है। यह सिमित समय QUARTERLY ( 3 MONTHS ) या YEARLY ( 1 YEAR) का हो सकता हैं। दोनो ही STATEMENT को पढना महत्वपूर्ण है।

2. Company द्वारा PRODUCT या SERVICE से REVENUE बनाने मे कितना खर्चा ( Expenses) हुआ।

3. Depreciation तथा profit पर लगने वाला टैक्स कितना हैं।

4. आखिर मे यह देखा जाता है अगर कंपनी profit मे है तो per share पर कितना earning करती है।


आइये हम asian paints Ltd कंपनी के profit and loss statement से इसे विस्तार से समझते हैं।


यह statement, asian paints की 2015 की  annual report से ली गई है -



ऊपर P & L STATEMENT मे देख सकते हैं की मुख्य रूप से 5 financial number के बारे मे जानना जरूरी होता हैं।

1. INCOME OR REVENUE

2. EXPENSES

3. PROFIT BEFORE TAX

4. PROFIT AFTER TAX

5. EARNING PER SHARE ( EPS)


1. INCOME OR REVENUE

इसे कंपनी की top line भी कहा जाता है क्योंकि यह income statement मे सबसे ऊपर होता है तथा यह कंपनी की growth को बताता है।

1. पहले देखे की P and l statement एक yearly हैं या quarterly हैं।

2. सभी प्राइस किस currency/figure मे है। ये millions, rupees or dollars मे हो सकती हैं।

NET REVENUE = sale of products + sale of services + other operating revenues

2. EXPENSES

Company अपने product or service को तेयार करने मे जो भी खर्च आता हैं  वे कंपनी के Expenses है।

प्रोडक्ट बनाने के लिए उसमें लगने वाला row material, stock in trade, कुछ प्रोडक्ट अभी तैयार हो रहे हैं और कई प्रोडक्ट पूरी तरह से तैयार हो चुके हैं तो इन सभी मे होने वाले खर्चे को इससे भाग में दिखाया जाता है।

3. PROFIT BEFORE TAX

कंपनी के होने वाले ऑपरेटिंग प्रॉफिट में से अगर डेप्रिसिएशन,  अमोरटाइजेशन और इंटरेस्ट के खर्चे को घटा दिया जाता है तो प्रॉफिट बिफोर टैक्स प्राप्त होता है।

4. PROFIT AFTER TAX

Profit before tax मे से अगर tax को घटा दिया जाता है तो profit after टैक्स प्राप्त होता है।

5. EARNING PER SHARE (EPS)

Earning per share  द्वारा यह ज्ञात किया जाता है की कंपनी को एक शेयर पर कितना प्रॉफिट हुआ है।

EPS  = NET PROFIT / NO. OF SHARES